हाल ही में छत्तीसगढ़ के एक युवा राजशेखर पैरी ने देश का मान बढ़ाया है। उन्हें अमेरिका की प्रतिष्ठित निजी एयरोस्पेस कंपनी टाइटंस स्पेस इंडस्ट्रीज (TSI) ने अपने पहले मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना है। यह न केवल छत्तीसगढ़ के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
कौन हैं राजशेखर पैरी?
राजशेखर पैरी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के पेंड्रा कस्बे से ताल्लुक रखते हैं। उनका जन्म बिलासपुर में हुआ और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भी वहीं से शुरू की। उन्होंने पांचवीं से दसवीं तक की पढ़ाई पेंड्रा रोड स्थित ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल से की। इसके बाद, उन्होंने हैदराबाद से 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी की और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की।
उच्च शिक्षा और अंतरिक्ष विज्ञान में विशेषज्ञता के लिए राजशेखर यूके गए। वर्तमान में, वह ऑर्बिटालॉकर नामक एक स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर-इंजीनियरिंग के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने कम्प्यूटेशनल फ्लूइड डायनेमिक्स में इंटर्नशिप भी की है और एयरोस्पेस प्रणोदन में उनकी विशेषज्ञता है।
अंतरिक्ष मिशन के लिए चयन और योगदान
राजशेखर का चयन एक कठोर प्रक्रिया के बाद हुआ है। उन्हें नकली चंद्र मिशन, एनालॉग स्पेस आवासों में रहने और अंतरिक्ष यात्रियों के लिए तय किए गए कई मापदंडों को सफलतापूर्वक पूरा करना पड़ा। उनका चयन एयरोस्पेस नवाचार और वास्तविक समय के अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण में उनकी विशेषज्ञता के आधार पर किया गया है।

यह मिशन 2029 में लॉन्च होने वाला है, और इसमें राजशेखर को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। वह अंतरिक्ष यान प्रणालियों के संचालन, मिशन सिमुलेशन, जीरो-ग्रैविटी उड़ानों की तैयारी, आपातकालीन प्रक्रियाओं और वैज्ञानिक अनुसंधान जैसे कार्यों में योगदान देंगे। इस मिशन का नेतृत्व नासा के अनुभवी अंतरिक्ष यात्री विलियम मैकआर्थर जूनियर करेंगे।
एक प्रेरणादायक संदेश
अपने चयन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, राजशेखर पैरी ने कहा, “यह सिर्फ मेरी व्यक्तिगत सफलता नहीं है। यह संदेश है कि भारत, यूके और दुनिया भर के युवाओं के लिए अंतरिक्ष की दुनिया अब पहले से ज्यादा करीब है। निजी स्पेस फ्लाइट कंपनियां अब वैश्विक प्रतिभाओं को भी मौके दे रही हैं। यह हमारे जैसे इंजीनियरों और छात्रों के लिए एक नया युग है।”
राजशेखर पैरी का यह सफर उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो छोटे शहरों से बड़े सपने देखते हैं। उनका यह चयन भारतीय युवाओं की प्रतिभा, कड़ी मेहनत और महत्वाकांक्षा का एक जीता-जागता उदाहरण है, जो अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती भागीदारी को एक नई दिशा देगा।