धुड़मारास। नाम सुनते ही एक शांत सी तस्वीर उभर आती है – घने जंगल, बहती नदी, और आदिवासियों की एक अनोखी दुनिया। ये सिर्फ एक गाँव नहीं, ये छत्तीसगढ़ के दिल में छुपा एक एहसास है, एक कहानी है, एक सफर है खुद को, प्रकृति को और ज़िंदगी को करीब से जानने का।
कांगेर घाटी नेशनल पार्क की गोद में बसा ये गाँव, आपको शहरों की भीड़-भाड़ से दूर, एक अलग ही दुनिया में ले जाता है। यहाँ की हवा में एक ताजगी है, मिट्टी में एक अपनापन, और लोगों में एक सादगी जो आजकल मुश्किल से मिलती है।
कैसे पहुँचे इस जादुई दुनिया में?
जगदलपुर यहाँ का सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा है। वहाँ से आप टैक्सी या बस पकड़कर धुड़मारास पहुँच सकते हैं। सड़क का सफर भी अपने आप में एक रोमांच है, हरे-भरे नज़ारों के बीच से गुज़रते हुए आप कब धुड़मारास पहुँच जाएँगे पता ही नहीं चलेगा।
कहाँ ठहरें?
यहाँ आपको बड़े-बड़े होटल नहीं मिलेंगे, और शायद इसीलिए ये जगह इतनी खास है। धुड़मारास में होमस्टे का चलन है। आप गाँव के लोगों के साथ उनके घरों में ठहर सकते हैं, उनकी संस्कृति को करीब से जान सकते हैं, और उनके हाथों का बना स्वादिष्ट खाना खा सकते हैं। ये सिर्फ एक कमरा नहीं होगा, ये एक अनुभव होगा, एक रिश्ता होगा।

क्या करें धुड़मारास में?
अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं, तो ये जगह आपके लिए स्वर्ग है। कांगेर घाटी नेशनल पार्क में घूमिए, घने जंगलों में ट्रेकिंग कीजिए, कुटुमसर गुफाओं के रहस्य जानिए, और तिरथगढ़ झरनों की खूबसूरती में खो जाइए। और हाँ, यहाँ के लोगों से मिलकर, उनकी कहानियाँ सुनकर, उनकी परंपराओं को जानकर आप एक अलग ही दुनिया में पहुँच जाएँगे।
बांस की नाव और कयाक का रोमांच
कांगेर नदी में बांस की नाव चलाना और कयाकिंग करना यहाँ का सबसे खास अनुभव है। ये सिर्फ एक गतिविधि नहीं है, ये एक एहसास है, प्रकृति के साथ जुड़ने का, उसकी खूबसूरती को और करीब से देखने का। बांस की नाव पर धीरे-धीरे बहती नदी, आसपास के नज़ारे, और पक्षियों की चहचहाट, ये सब मिलकर एक ऐसा समाँ बाँधते हैं जो आपको ज़िंदगी भर याद रहेगा।

एक टिकाऊ सफर
धुड़मारास को संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन ने दुनिया के सबसे अच्छे पर्यटन गाँवों में से एक माना है। और इसकी वजह है यहाँ का टिकाऊ पर्यटन। यहाँ के लोग प्रकृति को नुकसान पहुँचाए बिना, अपनी संस्कृति को बचाकर पर्यटकों का स्वागत करते हैं। ये एक ऐसा सफर है जो आपको सुकून तो देगा ही, साथ ही साथ एक अच्छा काम करने का एहसास भी दिलाएगा।
कब जाएँ?
अक्टूबर से मई तक का मौसम यहाँ घूमने के लिए सबसे अच्छा है। इस समय मौसम सुहावना रहता है और नदी भी शांत रहती है।
धुड़मारास सिर्फ एक जगह नहीं है, ये एक अनुभव है, एक कहानी है, एक एहसास है। ये एक ऐसा सफर है जो आपकी सोच बदल देगा, आपकी ज़िंदगी को एक नया नज़रिया देगा।
Local contact for any queries related to Dhudmaras village: Astu Nag (8305430253)