छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यंजनों में कोदो की खीर एक अनोखी और पौष्टिक मिठाई है। यह स्वादिष्ट और सेहतमंद होने के साथ-साथ बनाने में भी आसान है। कोदो का चावल प्रोटीन, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो इसे एक स्वस्थ्य डाइट विकल्प बनाता है। कोदो की खीर बच्चों और बड़ों सभी को पसंद आती है और इसे त्योहारों और विशेष अवसरों पर भी बनाया जाता है।
कोदो की खीर की खासियत:
- स्वादिष्ट: कोदो की खीर का स्वाद मीठा, नारियल के स्वाद के साथ मिलकर बेहद लज़ीज़ होता है। यह पारंपरिक भारतीय खीर से थोड़ा अलग स्वाद और सुगंध वाला पकवान है।
- पौष्टिक: कोदो का चावल पोषक तत्वों का खजाना है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी, आयरन, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
- सेहतमंद: कोदो की खीर को शुगर के मरीज भी खा सकते हैं, क्योंकि कोदो का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। यह मधुमेह रोगियों के लिए एक अच्छा मिठाई विकल्प है।
- बनाने में आसान: कोदो की खीर को घर पर आसानी से बनाया जा सकता है। इसके लिए ज्यादा सामग्री की आवश्यकता नहीं होती है और इसे बनाने में भी ज्यादा समय नहीं लगता है।
कोदो की खीर बनाने की विधि:
सामग्री:
- 1 कप कोदो का चावल
- 4 कप दूध
- 1/2 कप गुड़ या चीनी (स्वादानुसार)
- 1/4 कप नारियल का बुरादा
- 1/4 चम्मच इलायची पाउडर
- काजू और बादाम (कटा हुआ) (गार्निश के लिए)
- तेल
बनाने की विधि:
- कोदो के चावल को धोकर साफ कर लें।
- एक पैन में तेल गरम करें और धुले हुए कोदो के चावल को हल्का सा भून लें।
- कोदो के चावल में दूध डालकर धीमी आंच पर पकाएं।
- बीच-बीच में चलाते रहें ताकि दूध तले में न लगे।
- जब कोदो का चावल नरम हो जाए और दूध गाढ़ा होने लगे तब गुड़ या चीनी डालें।
- स्वादानुसार चीनी या गुड़ डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- नारियल का बुरादा और इलायची पाउडर डालकर मिलाएं।
- खीर को और 5 मिनट तक पकाएं।
- गरमागरम खीर को काजू और बादाम से गार्निश करके सर्व करें।
टिप्स:
- कोदो की खीर को आप अपनी पसंद के अनुसार अन्य मेवे जैसे कि पिस्ता, किशमिश और अखरोट भी डाल सकते हैं।
- आप कोदो की खीर को थोड़ा गाढ़ा या पतला बना सकते हैं, यह आपकी पसंद पर निर्भर करता है।
- कोदो की खीर को फ्रिज में 2-3 दिनों तक स्टोर किया जा सकता है।
तो आज ही छत्तीसगढ़ की इस स्वादिष्ट और पौष्टिक मिठाई को बनाने की कोशिश करें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ इसका आनंद उठाएं!